नोकरी योग

नौकरी या व्यवसाय और ग्रह:

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार आपके ग्रह आपकी नौकरी और उसके स्वरूप, स्थिरता को बहुत महत्वपूर्ण तरीके से प्रभावित करते हैं। आपके कुंडली में कैसे ग्रह मौजूद है, नौकरी से संबंधित भाव पर किस ग्रह की कैसी दृष्टि है ये बात आपकी जॉब के स्वरूप को निर्धारित करती है।

सूर्य:
ज्योतिषशास्त्र के अंतर्गत सूर्य को मान-सम्मान से संबंधित ग्रह माना जाता है। जिस जातक की कुंडली में सूर्य की स्थिति अच्छी होती है उसे ऐसी नौकरी मिलती है जो उसे सामाजिक रूप से सम्मान दिलवाता है।

बुध और बृहस्पति:
कुंडली में अगर सूर्य के साथ-साथ बुध और बृहस्पति भी बलवान स्थिति में बैठे हों तो ऐसे व्यक्ति को भले ही प्राइवेट जॉब मिले या सरकारी, उसे एक ऊंचा पद अवश्य प्राप्त होता है।

सूर्य और शनि:
कुंडली में अगर सूर्य के साथ-साथ शनि भी बलवान अवस्था में हो तो ऐसे व्यक्ति के अधीन बहुत से लोग कार्य करते हैं, वह कोई बड़ा अफसर या मैनेजर बनता है।

मंगल की स्थिति:
अगर मंगल की स्थिति खराब हो तो ऐसे जातक को अपनी जॉब बनाए रखने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। वह अत्याधिक परिश्रम करता है लेकिन उसे वेतन वृद्धि बहुत ही मुश्किल से प्राप्त होती है।

सूर्य की स्थिति:
सूर्य की शुभ बैठकी लग्न, धन, लाभ, दशम या द्वादश भाव में हो और उसपर शुभ ग्रहों की दृष्टि भी पड़ रही हो तो ऐसे जातक को निश्चय ही सरकारी जॉब प्राप्त होती है। साथ ही अगर मंगल भी अच्छी स्थिति में हो तो वह पुलिस या आर्मी का बड़ा अफसर बनता है।

सूर्य और बुध:
जिस जातक की कुंडली में बैठा सूर्य और बुध एक दूसरे के साथ शुभ संबंध बनाता है उसे बिजनेस में अवश्य ही सफलता प्राप्त होती है। वह एक बड़ा बिजनेसमैन बनता है

Comments

Popular posts from this blog

Chakravyuha

Kaddu ki sabzi

Importance of Rahu in astrology