शनि केतु का प्रभाव मानव जीवन पर

शनि केतु का प्रभाव मानव जीवन पर 

ज्योतिष शास्त्र मे शनि और केतु का योग को अच्छा नही माना जाता चाहे तब वो किसी भी भाव मे हो जातक का जीवन  बहुत संघर्षपूर्ण हो जाता है इस योग को श्रापित योग माना गया है कुंडली में यदि शनि और केतु एक साथ हों तो ऐसे में व्यक्ति समस्या औ मे ही घिरा रहता है बहुत उपाय करने के बाद भी हाथ कुछ नही आता हर किसी जातक कि कुण्डली मे ये योग अलग अलग भावो मे अलग श्राप का कारण बनता है अब अगर ये पता लग जाए की ये किस श्राप का निर्माण कुण्डली मे कर रहा है तो उपाय करके जातक अपनी समस्याओं से बाहर आ जाता है जानते हैं इस योग के बारे मे कि ये जातक के जीवन को किस  तरह से प्रभावित करता है 

 आजीविका या करियर बहुत संघर्ष पूर्ण होता है व्यक्ति को पूरी मेहनत करने पर भी आपेक्षित परिणाम नहीं मिलते, कई बार व्यक्ति अपनी आजीविका का क्षेत्र बदलने पर मजबूर हो जाता है, 

इस योग के कारण  भाईयो मे  जमीन जायदादके लिए झगडा और कोर्ट के चक्कर लगने शुरू हो जाते हैं 
ऐसी स्थिति हो जाती है कि जातक को घर चलाने के लिए अपनी जमीन जायदाद बेचकर और ऊपर से  कर्जा भी चड जाता है 
बडे से बडा व्यापार बन्द हो जाता है  घर मे आपसी कलेश 
इस योग मे जातक निश्चित रूप से जीवन मे तंत्र मंत्र से परेशान जरूर होगा 
इसलिए किसी जानकार के पास जाकर इस समस्या के समाधान का उपाय पुछकर समस्या से छुटकारा पाना चाहिए 🙏🙏🙏

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