कर्मो की दौलत

*|| 💥कर्मो की दौलत💥 ||*
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        *एक राजा था जिसने ने अपने राज्य में क्रूरता से बहुत सारा धन इकट्ठा करके( एक तरह का खजाना ) आबादी से बाहर जंगल में एक सुनसान जगह पर बनाए तहखाने मे सारे खजाने को खुफिया तौर पर छुपा दिया था!*
                  *खजाने की सिर्फ दो चाबियां थी, एक चाबी राजा के पास और एक उसके खास मंत्री के पास थी! इन दोनों के अलावा किसी को भी उस खुफिया खजाने का राज मालूम ना था!*
             *एक रोज़ किसी को बताए बगैर राजा अकेले अपने खजाने को देखने निकला !तहखाने का दरवाजा खोल कर अंदर दाखिल हो गया और अपने खजाने को देख देख कर खुश होकर खजाने की चमक से सुकून पा रहा था!*

             *उसी वक्त मंत्री भी उस इलाके से निकला और उसने देखा की खजाने का दरवाजा खुला है! वो हैरान हो गया और ख्याल किया कि कही कल रात जब मैं खजाना देखने आया, तब शायद खजाना का दरवाजा खुला रह गया होगा!उसने डर के कारण जल्दी जल्दी खजाने का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया और वहां से चला गया! उधर खजाने को निहारने के बाद राजा जब संतुष्ट हुआ और दरवाजे के पास आया तो ये क्या ... दरवाजा तो बाहर से बंद हो गया था!*
*उसने जोर जोर से दरवाजा पीटना शुरू किया पर वहां उसकी आवाज सुननेवाला जंगल में कोई ना था!*

        *राजा चिल्लाता रहा , पर अफसोस कोई ना आया! वो थक हार के खजाने को देखता रहा! अब राजा भूख और प्यास से बेहाल हो रहा था! पागलो जैसा हो गया,वो रेंगता रेंगता हीरो के संदूक के पास गया और बोला ए दुनिया के नायाब हीरो मुझे एक गिलास पानी दे दो... फिर सोने, चांदी,मोती, जवाहरात के पास गया और बोला ए चांदी सोने के खजाने मुझे एक वक़्त का खाना दे दो...*
             *राजा को ऐसा लगा की जैसे हीरे मोती उसे बोल रहे हो की तेरे सारी ज़िन्दगी की कमाई तुझे एक गिलास पानी और एक समय का खाना नही दे सकती...राजा भूख से बेहोश हो के गिर गया !*

        *जब राजा को होश आया तो सारे मोती हीरे बिखेर के दीवार के पास अपना बिस्तर बनाया और उस पर लेट गया !वो दुनिया को एक संदेश देना चाहता था लेकिन उसके पास कागज़ और कलम नही था !*

        *राजा ने पत्थर से अपनी उंगली फोड़ी और बहते हुए खून से दीवार पर कुछ लिख दिया....*

 *उधर मंत्री और पूरी सेना लापता राजा को ढूंढते रहे ,पर बहुत दिनों तक राजा ना मिला तो मंत्री राजा के खजाने को देखने आया !उसने देखा कि राजा हीरे जवाहरात के बिस्तर पर मरा पड़ा है , और उसकी लाश को कीड़े मकोड़े खा रहे थे . राजा ने दीवार पर खून से लिखा हुआ था....*
*ये सारी दौलत मुझे एक घूंट पानी ओर एक निवाला नही दे सकी...*

        *🌹यही अंतिम सच है🌹* 

*आखिरी समय आपके साथ आपके कर्मो की दौलत ही साथ जाएगी! चाहे आप कितनी बेईमानी से हीरे, सोना चांदी,धन इकट्ठा कर लो सब यही धरा रह जाएगा!*

             *इसीलिए जो जीवन आपको प्रभु ने उपहार स्वरूप दिया है! उसमें अच्छे कर्म, लोगों की भलाई के काम कीजिए! बिना किसी स्वार्थ के अर्जित कीजिए अच्छे कर्मो की अनमोल दौलतजो आपके सदैव काम आएगी .....*

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