राम कथा
एक प्रचलित लोककथा के अनुसार भगवान् राम जब चौदह वर्ष बाद अयोध्या लौटे तो सबसे पहले माता कैकेयी से मिलने गए। माता कैकेयी को राम के वापस लौटने पर अत्यंत ख़ुशी हुई, परन्तु एक दुःख उनको खाये जा रहा था। श्रीराम ने माता से उनके दुःख का कारण पूछा। कैकेयी ने श्रीराम से कहा कि संसार के कल्याण के लिए उन्होंने श्रीराम को वनवास भेजा, परन्तु इस कारण सारा संसार उन्हें कोसता है। माता कैकेयी ने अगले जन्म में श्रीराम की माता बनने का वरदान माँगा।
भगवान् विष्णु पहले ही माता पृश्नि/अदिति को उनकी कोख से जन्म लेने का वरदान दे चुके थे। इसीलिए अगले जन्म में कैकेयी ने माता यशोदा के रूप में जन्म लिया और भगवान् कृष्ण को जन्म दिए बिना ही उनकी माता होने का सौभाग्य प्राप्त किया।
There is a popular story that when Shri Ram returned to Ayodhya after his fourteen years of exile, he went directly to meet Kaikeyi. Kaikeyi was very happy that Shri Ram has returned but she was also very sad inside. When Shri Ram asked her the reason for her sadness, she replied that although she sent Him on exile for the benefit of the world, now the world thinks of her as villain. She further requested to be born as her mother in next birth.
Bhagwaan Vishnu had already given the boon to Prshni/Aditi to that He will be born out of their womb. Thus, in next birth Kaikeyi was born as Yashoda and got to raise Shri Krishna as her son despite not giving birth to him.
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