शनि..........और औषधि इलाज

शनि..........और औषधि इलाज


शनि  हमारे कर्म का कारक होता है। शनि दोष के कारण व्यक्ति का जीवन कष्टमय गुजरता है।
शनि खराब हो तो जेब में लिक्विड मनी नही रहती।
बस लिक्विड मनी की वजह से वह कई मामलों में जीवन में पीछे रह जाता है।
शनि पूर्व जन्म के पापों की सजा तो देता ही है। लेकिन जिसका शनि खराब हो वह इस जन्म में भी हल्का सा वही पाप करेगा तो शनि उसी वक्त सजा देगा।
जिसका  शनि खराब है एक तरह से वह पूर्व जन्म का  डिफाल्टर है न्यायधीश की नजर में।
उस पर हमेशा नजर रहेगी इस जन्म की गलतियों पर शनि शनि सबसे ज्यादा अटैक करता है।
पत्नी के अलावा अन्य स्त्री से संबंध, मास और शराब पर अपनी दशा आते ही शनि छोड़ेगा नहीं।
अगर शनि का कमाल देखना है जिसका शनि खराब है वह किसी और की गाड़ी का पेट्रोल निकालकर उसे बिना बताए अपनी गाड़ी में डाल कर देखना तकरीबन 100 गुना ज्यादा गाड़ी पर कैस लग जाएगा।
शनि की मार को कम करने का यह बहुत बहुत अच्छा उपाय तुरंत कर लीजिए
धतूरे की जड़ का महत्व
सामान्य रूप से शनि ग्रह अच्छा नहीं माना जाता है, परंतु यदि जीवन में इसकी कृपा दृष्टि बरसती है तो व्यक्ति के भाग्य खुल जाते हैं।
इसलिए इसके बुरे प्रभाव से बचने एवं कृपा दृष्टि पाने के लिए धतूरे की जड़ को धारण करना शुभ माना जाता है। आयुर्वेद की दृष्टि से तंत्रिका और गठिया रोग से मुक्ति पाने के लिए भी यह बेहद कारगर है।
धारण करने की विधि
धतूरे की जड़ को शनिवार के दिन धारण करना चाहिए।
जड़ को गंगा जल से पहले स्वच्छ कर लें।
फिर “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः॥” मंत्र का जाप करें।
अब नीले कपड़े में इसे लपेटकर अपनी दाहिने हाथ की बाजु में बाँध ले
वैसे शनि को खुश नहीं किया जा सकता शनि का इलाज करवाना भी नहीं चाहिए क्योंकि वह न्यायाधीश है ना खुश होता है ना सेवा करवाता है और ना ही रिश्वत लेता है
लेकिन इससे ऊपर का इलाज है.... वह मैं इलाज करवाती हूं। बहुत कारगर है असल में वह सभी ग्रहों से ऊपर की व्यवस्था है
लेकिन वह विशेष विधि  तथा पीड़ित व्यक्ति की मांग पर ही किया जाता है।

Comments

Popular posts from this blog

Chakravyuha

Kaddu ki sabzi

Importance of Rahu in astrology