शनि चतुर्थ भाव मे :-
शनि चतुर्थ भाव मे :-
Saturn Sitting In 4th House
1:- पुराने घर या बिल्डिंग में जन्म,गुरु की दृष्टि हो तो आसपास कोई न कोई धार्मिक स्थान हो सकता है,
2:- माता को स्वास्थ्य सम्बन्धित समश्या, जॉइंट पेन,सर दर्द
गुरु साथ हो या दृष्टि हो तो नियम में बदलाव निश्चित होगा
3:- खुशी में कोई न कोई मानसिक परेशानी होना
मतलब घर मे जब भी कोई न कोई मांगलिक कार्य होगा तो मानसिक समश्या,अवसाद,लड़ाई अवश्य होगी, 4th भाव हमारे सुख का भाव है एवं शनि दुःख का कारक
4:-घर मे बाहर जैसे ही जायेगा रिलेक्स महसूस करेगा,घर के अंदर आते ही मानसिक परेशानी या मानसिक स्थिति खराब हो जाएगी
6:-कमर या रीढ़ की हड्डी में समश्या बेक पेन
केतु साथ हो तो कन्फर्म हो जाती है
L4/L5 में
7:-मकान एवम वाहन का सुख अवश्य मिलेगा कम से 2/3 का
परंतु केतु साथ होगा तो रुकावट आ जायेगी
फिर ये नियम लागू नही होने की स्थिति में रहेगा,
Note:- ये एक सम्भावना जाहिर की है इसे अंतिम निर्णय ना माने कुंडली मे बहुत सारी कन्डीशन होती है सब कुछ कन्डीशन पर निर्भर है
जय श्रीराधे
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