नव ग्रह दोष

नवग्रह के दोष दूर करने के अचूक उपाय

ज्योतिष की मानें तो हर कोई किसी न किसी ग्रह दोष से ग्रस्त रहता है. कई बार उसे पता नहीं चलता कि किस वजह से उसकी जिंदगी में तूफान थमने का नाम नहीं ले रही. किस वजह से जीना मुहाल हो रहा है. तो क्या हैं नवग्रह दोष के लक्षण और उससे निजात पाने के उपाय.

1. सूर्य दोष के लक्षण: 
असाध्य रोगों के कारण परेशानी
सिरदर्द, बुखार, नेत्र संबंधी कष्ट
सरकार के कर विभाग से परेशानी, नौकरी में बाधा
उपाय:

भगवान विष्णु की आराधना करें
ऊं नमो भगवते नारायणाय मंत्र का जप करे या 

सूर्य ग्रह के वैदिक मत्रं का जप 

 सूर्य- ॐ आ कृष्णेन रजसा वर्तमानो निवेशयन्नमृतं मर्त्यं च। हिरण्ययेन सविता रथेना देवो याति भुवनानि पश्यन् 
 1 माला लाल चंदन की माला से जाप करें
गुड़ खाकर पानी पीकर कार्य आरंभ करें
बहते जल में 250 ग्राम गुड़ प्रवाहित करें
सवा पांच रत्ती का माणिक तांबे की अंगूठी में बनवायें
रविवार को सूर्योंदय के समय दाएं हाथ की मध्यमा अंगूली में धारण करें
मकान के दक्षिण दिशा के कमरे में अंधेरा रखें
पशु-पक्षियों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था करें
घर में मां, दादी का आशीर्वाद जरूर लें

2 चंद्रमा दोष के लक्षण: 
जुखाम, पेट की बीमारियों से परेशानी
घर में असमय पशुओं की मत्यु की आशंका
अकारण शत्रुओं का बढ़ना, धन का हानि
उपाय:
भगवान शिव की आराधना करें
ऊं नम शिवाय मंत्र का रूद्राक्ष की माला से 11 माला जाप करें या चन्द्रमा के वैदिक मत्रं जप करे तो -
चन्द्र- ॐ इमं देवा असपत्नं सुवध्यं महते क्षत्राय महते ज्यैष्ठ्याय महते जानराज्यायेन्द्रस्येन्द्रियाय। इमममुष्य पुत्रममुष्ये पुत्रमस्यै विश एष वोऽमी राजा सोमोऽस्माकं ब्राह्मणानां राजा।

बड़े बुजुर्गों, ब्रह्मणों, गुरूओं का आशीर्वाद लें
सोमवार को सफेद कपड़े में मिश्री बांधकर जल में प्रवाहित करें
चांदी की अंगूठी में पाँच रत्ती का मोती सोमवार को जाएं हाथ अनामिका में धारण करें
शीशे की गिलास में दूध, पानी पीने से परेहज करें
28 वर्ष के बाद विवाह का निर्णय लें
लाल रंग का रूमाल हमेशा जेब में रखें
माता-पिता की सेवा से विशेष लाभ

 3 मंगल दोष के लक्षण: 
घर में चोरी होने का डर
घर-परिवार में लड़ाई-झगड़े की आशंका
भाई के साथ संबंधों में अनबन
दांपत्य जीवन में तनाव, अकाल मृत्यु की आशंका
उपाय: 
भगवान हनुमान की आराधना करें
ऊं हं हनुमते रूद्रात्मकाय हुं फट कपिभ्यो नम: का 1 माला जाप करें
हनुमान चालीसा या बजरंगबाण का रोज पाठ करें या मगंल ग्रह वैदिक मत्रं का जप करे।  ➗ 

भौम- ॐ अग्निमूर्धा दिव: ककुत्पति: पृथिव्या अयम्। अपां रेतां सि जिन्वति

त्रिधातु की अंगुठी बाएं हाथ की अनामिका अंगूली में धारण करें
400 ग्राम चावल दूध से धोकर 14 दिन तक पिवत्र जल में प्रवाहित करें
घर में नीम का पौधा लगायें
बहन, बेटी, मौसी, बुआ, साली को मीठा खिलायें
बहन, बुआ को कपड़े भेंट न दें
तंदूर की बनी रोटी कुत्तों को खिलायें

4 बुध दोष के लक्षण: 
स्वभाव में चिड़चिड़ापन
जुए-सट्टे के कारण धन की बड़ी हानि
दांत से जुड़े रोगों के कारण परेशानी
सिर दर्द के कारण अधिक तनाव की स्थिति
उपाय: 
मां दुर्गा की आराधना करें
ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे मंत्र का 5 माला जाप करें या बुध ग्रह वैदिक मत्रं का जप करे -

बुध- ॐ उद्बुध्यस्वाग्ने प्रति जागृहि त्वमिष्टापूर्ते सं सृजेधामयं च। अस्मिन्त्सधस्‍थे अध्‍युत्तरस्मिन् विश्वे देवा यशमानश्च सीदत।

देवी के सामने अखंड घी का दीया जलायें
घर की पूर्व दिशा में लाल झंडा लगायें
सोने के आभूषण धारण करें, हरे रंग से परहेज करें
खाली बर्तनों को ढ़ककर न रखें
चौड़े पत्ते वाले पौधे घर में लगायें, मुख्य द्वार पंचपल्लव का तोरण लगायें  गाय को हरा चारा खिलाए 

 5 गुरू दोष के लक्षण:
सोने की हानि, चोरी की आशंका
उच्च शिक्षा की राह में बाधाएं
झूठे आरोप के कारण मान-सम्मान में कमी
पिता को हानि होने की आशंका 
उपाय:
परमपिता ब्रह्मा की आराधना करें  या बृहस्पति वैदिक मंत्र का जप ➗ 
गुरु- ॐ बृहस्पते अति यदर्यो अर्हाद् द्युमद्विभाति क्रतुमज्जनेषु। यद्दीदयच्छवस ऋतुप्रजात तदस्मासु द्रविणं धेहि चित्रम्।

बहते पानी में बादाम, तेल, नारियल प्रवाहित करें
माथे पर केसर का तिलक लगायें
सोने की अंगूठी में सवा पांच रत्ती का पुखराज गुरूवार को दाएं हाथ की तर्जनी अंगुली में धारण करें
पूजा स्थल की नियमित रूप से सफाई करें
पीपल के पेड़ पर 7 बार पीला धागा लेपटकर जल दें
600 ग्राम पीले चने मंदिर में दान दें चने की दाल ओर गुड गाय को खिलाए 
जुए-सट्टे की लत न पालें, मांसाहार-मद्यपान से परहेज करें
कारोबार में भाई का साथ लाभकारी संबंध मधुर बनायें रखें

  6 शुक्र दोष के लक्षण:
बिना किसी बीमारी के अंगूठे, त्वचा संबंधी रोगों से परेशानी
राजनीति के क्षेत्र में हानि, प्रेम व दापंत्य संबंधों में अलगाव
जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर तनाव 
उपाय: शुक्र का वैदिक मंत्र का जप ➗ 
शुक्र- ॐ अन्नात्परिस्त्रुतो रसं ब्रह्मणा व्यपित्क्षत्रं पय: सोमं प्रजापति:। ऋतेन सत्यमिन्द्रियं विपानं शुक्रमन्धस इन्द्रस्येन्द्रियमिदं पयोऽमृतं मधु।।

मां लक्ष्मी की आराधना करें
ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसिद प्रसिद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम
रोज रात में मंत्र का 1 माला जाप करें
मां लक्ष्मी को कमल के पुष्पों की माला चढ़ायें
मंदिर में आरती पूजा के लिए गाय का घी दान करें
 आलू में हल्दी या केसर लगाकर गाय को खिलायें
चांदी या मिटटी के बर्तन में शहद भरकर घर की छत पर दबा दे
शुक्रवार के दिन मंदिर में कांसे के बर्तन का दान करें
लाल रंग के गाय की सेवा

   7 शनि दोष के लक्षण:
पैतृक संपत्ति की हानि, हमेशा बीमारी से परेशानी 
मुकदमे के कारण परेशानी
बनते हुए काम का बिगड़ जाना
उपाय: शनि वैदिक मंत्र का जप ➗ 
शनि- ॐ शं नो देवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये। शं योरभि स्त्रवन्तु न 

भगवान भैरव की आराधना करें
ऊं प्रां प्रीं प्रौं शं शनिश्चराय नम मंत्र का 1 माला जाप करें 
शनिदेव का 1 किलो सरसों के तेल से अभिषेक करें
सिर पर काला तेल लगाने से परहेज करें
43 दिन तक लगातार शनि मंदिर में जाकर नीले पुष्प चढ़ायें
कौवे चावल खिलायें
किसी बर्तन में तेल भरकर अपना चेहरा देखें, बर्तन को जमीन में दबा दें
शनिवार 800 ग्राम दूध, उड़द जल में प्रवाहित करें
जल में दूध मिलाकर लकड़ी या पत्थर पर बैठकर स्नान करें
घर की छत पर साफ-सफाई का ध्यान रखें
12 नेत्रहीन लोगों को भोजन करायें

 8 राहु दोष के लक्षण:
मोटापेके कारण परेशानी
अचानक दुर्घटना, लड़ाई-झगड़े की आशंका
हर तरह के व्यापार में घाटा
उपाय:  राहू का वैदिक मंत्र का जप ➗ 
राहु- ॐ कया नश्चित्र आ भुवदूती सदावृध: सखा। कया शचिष्ठया वृता

मां सरस्वती की आराधना करें
ऊं ऐं सरस्वत्यै नम मंत्र का 1 माला जाप करें
तांबेके बर्तन में गुड़, गेहूं भरकर बहते जल में प्रवाहित करें
माता से संबंध मधुर रखें
घर की दहलीज के नीचे चांदी का पत्ता लगायें
सीढ़ियों के नीचे रसोईघर का निर्माण न करवायें
रात में पत्नी के सिर के नीचे 5 मूली रखें, सुबह मंदिर में दान कर दें
मां सरस्वती के चरणों में लगातार 6 दिन तक नीले पुष्प की माला चढ़ायें
चांदी की गोली हमेशा जेब में रखें
लहसुन, प्याज, मसूर के सेवन से परहेज करें

  9 केतु दोष के लक्षण:
बुरी संगत के कारण धन का हानि
जोड़ों के दर्द से परेशानी
संतान का भाग्योदय न होना, स्वास्थ्य के कारण तनाव 
उपाय: केतु के वैदिक मंत्र का जप ➗ 
केतु- ॐ केतुं कृण्वन्नकेतवे पेशो मर्या अपेशसे। समुषद्भिरजायथा:।

भगवान गणेश की आराधना करें 
ऊं गं गणपतये नम मंत्र का 1 माला जाप करें
गणेश अथर्व शीर्ष का पाठ करें
कुंवारी कन्याओं का पूजन करें, पत्नी का अपमान न करें
घर के मुख्य द्वार पर दोनों तरफ तांबे की कील लगायें
पीले कपड़े में सोना, गेहूं बांधकर कुल पुरोहित को दान करें
दूध, चावल, मसूर की दाल का दान करें
बाएं हाथ की अंगुली में सोना पहनने से लाभ
43 दिन तक मंदिर में लगातार केला दान करें
काले व सफेद तिल बहते जल में प्रवाहित करें.
नवग्रह के वैदिक मत्रं का जप करवाऐ जैसे राहु का वैदिक  जप सख्य 18000। हजार यदि आप बीज मत्रं का जप करवाऐ तो 72000 हजार करवाऐ तबी आप को मत्रं जप फलि बुत होगा  है  या नवग्रह  बीज मत्रं का जप का कलयुग में चार गुणा का शास्त्र युकत विधान है  या 
महामृत्युंजय जप भी करें या योग्य ब्राह्मण से करवाऐ।

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