दवाईयों_और_बीमारी_से_कब_तक_मिलेगा_छुटकारा
#दवाईयों_और_बीमारी_से_कब_तक_मिलेगा_छुटकारा
? आज बात करते है बीमारियां लगी हुई है ,दवाइयां चलती रहती है तो क्या बीमारी और दवाइयों से छुटकारा कभी मिल पायेगा और क्या करे जिससे दवाइयों और बीमारियों से छुटकारा मिलकर स्वास्थ्य अच्छा रहे आदि।। जन्मकुंडली में लग्न मंतलब पहला भाव और इस भाव का स्वामी ही स्वास्थ्य, बीमारी से क्या मुक्ति मिल पाएगी, दवाइयों से क्या छुटाकरा मिल पायेगा और कब तक, और क्या करे कि छुटकारा मिल जाये के बारे में बताएगा।जब भी लग्न और लगन स्वामी(पहला भाव और पहला भाव स्वामी) कमजोर होकर बहुत ज्यादा छठे आठवे या बारहवें भाव स्वामियो द्वारा पीड़ित होगा तब बीमारी लगी रहेगी और बीमारियों पर दवाई खर्च बना रहेगा।अब ऐसी स्थिति में लग्न और लग्नेश बलवान है और कही न कही शुभ या अच्छे भाव स्वामी के साथ सम्बन्ध में है और नवमांश कुंडली मे भी लग्नेश बलवान है तब बीमारियों और दवाईयो से छुटकारा मिल जाएगा, अन्यथा बाकी लग्न लग्नेश की स्थिति पर निर्भर करेगा कितनी जल्दी बीमारियों और दवाईयो से छुटकारा मिल जाएगा।अब कुछ उदाहरणों से समझते है कैसे?? #उदाहरण_अनुसार_मेष_लग्न1:- मेष लग्न में लग्नेश मंगल कमजोर होकर रोग/बीमारी स्वामी बुध के साथ सबन्ध बनाकर शनि राहु से पीड़ित है तब रोग बीमारी लगी रहेगी दवाईयां चलती रहेगी, जबकि अब मंगल और लग्न पर कुंडली के अच्छे ग्रहो का प्रभाव है तब रोग बीमारी से मुक्ति कुछ उपाय करने से मुक्ति मिल जाएगी।। #उदाहरण_अनुसार_कन्या_लग्न2:- कन्या लग्न में लग्नेश बुध और लग्न शनि मंगल से पीड़ित है तब बीमारियां चलती रहेगी, दवाइयों चलती रहेंगी, ऐसी स्थिति में बुध और लग्न पर कुंडली के शुभ ग्रहों का असर है और बुध बलवान है तब कुछ उपाय करने से हमेशा के लिए रोग बीमारी और दवाईयो से छुटाकरा मिल जाएगा।। #उदाहरण_अनुसार_कुम्भ_लग्न3:- कुम्भ लग्न में लग्नेश शनि या लग्न छठे भाव से या छठे भाव(रोग भाव स्वामी) से सम्बन्ध बनाकर राहु केतु से पीड़ित है तब रोग बीमारी और दवाइयां चलती रहेंगी, ऎसी स्थिति में लग्न और लग्नेश शनि पर कुंडली के शुभ ग्रहों का प्रभाव है तब समय रहते उपाय कर लेने से रोग बीमारी और दवाइयों से छुटकारा मिल जाएगा।।
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