राम मंत्र (अर्थ सहित

राम मंत्र (अर्थ सहित)

प्रभु श्री राम के लिए अनेकों मंत्रों की रचना की गई है. रामचरितमानस प्रभु श्री राम के अलौकिक चरित्र के गुणगान के लिए लिखा गया है. इस लेख में हम आपको प्रभु श्री राम के सबसे प्रसिद्ध और शक्तिशाली मंत्र के अलावा उनकी स्तुति में रचे गए अन्य मंत्रों के बारे में भी जानकारी देंगें.

राम मंत्र (पूर्ण व्याख्या) के साथ👇

अनेकों राम मंत्रों में से हम आपको सबसे शक्तिशाली और महत्वपूर्ण मंत्रों की जानकारी देंगे. आईए अब आपका ज्यादा समय ना लेते हुए राम मंत्र की जानकारी देते है.

पहला मंत्र

राम

जी हां! प्रभु राम का पहला मंत्र जिसे महामंत्र भी कहा जाता है वह स्वयं भगवान का नाम है. यह Ram Mantra (राम मंत्र) मुक्ति और मोक्ष पाने का अचूक बाण है. सेहत और शक्ति पाने का सर्वश्रेष्ठ मंत्र है यह राम मंत्र. सुबह शाम 108 बार इस मंत्र का जाप करने से जीवन में आश्चर्यजनक सकारात्मक परिवर्तन होते है.

राम का नाम केवल दो अक्षरों का मेल नहीं बल्कि इन दो अक्षरों में पूरा ब्रह्माण्ड समाया हुआ है. इस मंत्र में इतनी शक्ति और ऊर्जा है कि अभाग्यशाली व्यक्ति के जीवन में सौभाग्य का आगमन करा सकता है.

दूसरा मंत्र

राम रामाय नमः

यह दूसरा महत्वपूर्ण Ram Mantra (राम मंत्र) है. इस मंत्र के जाप से विपत्तियां दूर होती है और शरीर निरोग रहता है. इस मंत्र का जाप चलते फिरते, उठते बैठते, खाते पीते, कभी भी किया जा सकता है.

तीसरा मंत्र

श्री राम जय राम जय जय राम

राम जी का यह मंत्र बहुत असरदार माना जाता है. बड़ी से बड़ी कठिनाइयों को दूर करता है राम जी का यह मंत्र. सेहत से जुड़ी समस्या हो या पैसों की तंगी हो, मन में प्रभु राम का ध्यान करते हुए इस मंत्र का जाप करने से आश्चर्यजनक लाभ होते है.

चौथा मंत्र

ॐ रामाय हुं फट स्वाहा

यह Ram Mantra (राम मंत्र) भी बहुत शक्तिशाली है. यह भगवान राम का तांत्रिक मंत्र है. यह मंत्र फालतू के वाद-विवाद और झगड़ों से बचाता है. मुकदमा चल रहा हो या कोई कानूनी अड़चन हो तो इस मंत्र का जाप लाभकारी होता है.


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