स्फटिक क्या है?
स्फटिक को हार की बजाय माला के रूप में पहना जाता है। हालांकि कुछ लोग इसे ब्रेसलेट बनाकर भी पहन लेते हैं। बहुत से लोग स्फटिक की माला या अंगूठियां पहनते हैं। इसका शिवलिंग भी बना हुआ है। यह स्फटिक क्या है और इसे पहनने के क्या फायदे हैं आइए इसके बारे में जानते है ।।
स्फटिक क्या है?
दरअसल, स्फटिक एक रंगहीन, पारदर्शी, स्पष्ट पत्थर होता है, जो चमकदार सफेद रंग का दिखाई देता है। कांच की तरह दिखने वाले क्रिस्टलीय पत्थर से विशेष कटिंग बीड्स बनाकर भी मालाएं बनाई जाती हैं। यह देखने में बिलकुल फिटकरी की तरह होता है।
बर्फीले पहाड़ों पर बर्फ के नीचे टुकड़ों के रूप में स्फटिक पाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि यह सिलिकॉन और ऑक्सीजन के परमाणुओं के सम्मिश्रण से बनता है। यह बर्फ की तरह पारदर्शी और सफेद होता है।
स्फटिक माला के फ़ायदे ?
इसे पहनने वाले जातक को किसी भी प्रकार का भय और घबराहट नहीं रहती।
जिस किसी व्यक्ति के गले में इसकी माला होती है उसके मन में सुख, शांति और धैर्य बना रहता है।
इसे धारण करने से धन, संपत्ति, रूप, बल, वीर्य और यश प्राप्त होता है तथा भूत-प्रेत आदि की बाधा से भी मुक्ति मिलती है।
स्फटिक की माला से किसी मंत्र का जप करने से वह मंत्र शीघ्र ही सिद्ध हो जाता है।
इसे धारण करने से तेजी और दिमाग का विकास होने लगता है।
इसके अलावा इसकी भस्म से ज्वर, पित्त-विकार, निर्बलता तथा रक्त विकार जैसी व्याधियां दूर होती है।
ज्योतिष विशेषज्ञ के अनुसार स्फटिक किसी भी पुरुष या स्त्री को एकदम स्वस्थ रखता है।
इसकी माला को भगवती लक्ष्मी का रूप माना जाता है। इसे धारण करने से शुक्र ग्रह दोष दूर होता है।
ज्योतिष विद्वान बताते हैं कि स्फटिक के उपयोग से दु:ख और दारिद्र नष्ट होता है। यह पाप नाशक माने जाते हैं।
अगर इसे सोमवार को धारण किया जाए तो मन में पूर्णत: शांति की अनुभूति होती है एवं सिरदर्द नहीं होता ।
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