कुंडली में पित्र दोष
जय श्रीराम ।।
कुंडली में पित्र दोष
==============
1. हर काम में रुकावट आना
ऐसी मान्यता है कि यदि आप जो भी कार्य कर रहे हैं, उसमें रुकावट आ रही है और कोई भी कार्य संपन्न नहीं होता है तो इसे पितरों के नाराज होने या पितृदोष का लक्षण माना जाता है।
2. गृहकलह रहना
घर में थोड़ी-बहुत खटपट तो चलती रहती है लेकिन यदि रोज ही गृहकलह हो रही है तो यह समझा जाता है कि पितृ आपसे नाराज हैं।
3. संतान में बाधा
ऐसी मान्यता है कि पितृ नाराज रहते हैं तो संतान पैदा होने में बाधा आती है। यदि संतान हुई है तो वह आपकी घोर विरोधी रहेगी। आप हमेशा उससे दु:खी रहेंगे।
4. विवाह बाधा
ऐसी मान्यता है कि पितरों के नाराज रहने के कारण घर की किसी संतान का विवाह नहीं होता है और यदि हो भी जाए तो वैवाहिक जीवन अस्थिर रहता है।
5. आकस्मिक नुकसान
ऐसी मान्यता है कि यदि पितृ नाराज हैं तो आप जीवन में किसी आकस्मिक नुकसान या दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। आपका रुपया जेलखाने या दवाखाने में ही बर्बाद हो जाता है।
6- धन हानि
पितृ दोष होने से घर में धन हानि होती हैं और धन के स्थिर व प्रचुर आय के स्त्रोत नही बन पाते । घर में धन की समस्या बनी रहती हैं । घर में बरकत की कमी रहती हैं ।
7- प्रेत बाधा
पितृ दोष के कारण घर के प्रेत बाधा की समस्या लोगो को होती हैं । मानसिक व शारीरिक रूप से पीड़ित रहते है । घर में बीमारी चलती रहती हैं और बीमारी का जड़ से निदान नहीं हो पाता । बीमारी का पता नही चल पाता है ।
8- शत्रुता होना
पितृ दोष होने से अकारण लड़ाई झगड़े होते है और अकारण शत्रु बनते हैं । लोग बिन वजह दुश्मनी रखते हैं ।
9- नवीन पीढ़ियों की भाग्य व ग्रह हानि
पितृ दोष होने पर जन्म लेने वाले बच्चों की कुंडली में तमाम ग्रह दोष जन्म लेते है । जिससे उन्हें जीवन में बहुत जगहों पर संघर्ष व अभाव का सामना करना पड़ता हैं ।
10 अकाल मृत्यु होना
पितृ दोष जब गहन या प्रचंड रूप लेता है तो परिवार में अकाल मृत्यु होती हैं । लोगो के साथ आकस्मिक दुर्घटनाएं होती हैं । परेशानी की वजह पकड़ नही आती ।
जय श्रीराम ।।
कुंडली में पित्र दोष
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1. हर काम में रुकावट आना
ऐसी मान्यता है कि यदि आप जो भी कार्य कर रहे हैं, उसमें रुकावट आ रही है और कोई भी कार्य संपन्न नहीं होता है तो इसे पितरों के नाराज होने या पितृदोष का लक्षण माना जाता है।
2. गृहकलह रहना
घर में थोड़ी-बहुत खटपट तो चलती रहती है लेकिन यदि रोज ही गृहकलह हो रही है तो यह समझा जाता है कि पितृ आपसे नाराज हैं।
3. संतान में बाधा
ऐसी मान्यता है कि पितृ नाराज रहते हैं तो संतान पैदा होने में बाधा आती है। यदि संतान हुई है तो वह आपकी घोर विरोधी रहेगी। आप हमेशा उससे दु:खी रहेंगे।
4. विवाह बाधा
ऐसी मान्यता है कि पितरों के नाराज रहने के कारण घर की किसी संतान का विवाह नहीं होता है और यदि हो भी जाए तो वैवाहिक जीवन अस्थिर रहता है।
5. आकस्मिक नुकसान
ऐसी मान्यता है कि यदि पितृ नाराज हैं तो आप जीवन में किसी आकस्मिक नुकसान या दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। आपका रुपया जेलखाने या दवाखाने में ही बर्बाद हो जाता है।
6- धन हानि
पितृ दोष होने से घर में धन हानि होती हैं और धन के स्थिर व प्रचुर आय के स्त्रोत नही बन पाते । घर में धन की समस्या बनी रहती हैं । घर में बरकत की कमी रहती हैं ।
7- प्रेत बाधा
पितृ दोष के कारण घर के प्रेत बाधा की समस्या लोगो को होती हैं । मानसिक व शारीरिक रूप से पीड़ित रहते है । घर में बीमारी चलती रहती हैं और बीमारी का जड़ से निदान नहीं हो पाता । बीमारी का पता नही चल पाता है ।
8- शत्रुता होना
पितृ दोष होने से अकारण लड़ाई झगड़े होते है और अकारण शत्रु बनते हैं । लोग बिन वजह दुश्मनी रखते हैं ।
9- नवीन पीढ़ियों की भाग्य व ग्रह हानि
पितृ दोष होने पर जन्म लेने वाले बच्चों की कुंडली में तमाम ग्रह दोष जन्म लेते है । जिससे उन्हें जीवन में बहुत जगहों पर संघर्ष व अभाव का सामना करना पड़ता हैं ।
10 अकाल मृत्यु होना
पितृ दोष जब गहन या प्रचंड रूप लेता है तो परिवार में अकाल मृत्यु होती हैं । लोगो के साथ आकस्मिक दुर्घटनाएं होती हैं । परेशानी की वजह पकड़ नही आती
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