व्यापार बन्धन मोचन यन्त्र-:

व्यापार बन्धन मोचन यन्त्र-:

कई बार देखा जाता है कि किसी व्यापारी भाई का कारोबार चलते चलते बंद हो जाता है और उसे बहुत से ऐसे संकेत मिलते हैं जिनसे उसे पता चलता है कि उनका कारोबार बांध दिया गया है। लेकिन किसी सच्चे साधक के मिलने के अभाव के कारण वह जातक बहुत जगह भटकता रहता है लेकिन उसे कोई रास्ता नहीं मिलता। आज हम आपको एक ऐसे उपाय के बारे में बताएंगे जो लक्ष्मी जी को प्रसन्न करता है और व्यापार पर लगा हुआ बंधन बहुत जल्दी खोल देता है। यह होता है व्यापार बंधन मोचन यंत्र। इस यंत्र को हमने काफी साल पहले सिद्ध किया था और कल होली पर अभिमंत्रित करके बहुत से यंत्र तैयार किए गए हैं। जिस किसी को भी लगता है कि उनके व्यापार पर बंधन है तो वह संपर्क कर सकता है। यह यंत्र बहुत ही कारगर है और 9 दिनों में ही व्यापार पर लगा हुआ बंधन खोल देता हैं।

व्यापार/कारोबार आदि के लिए बंधन मोचन यंत्र-:

संस्कृत श्लोक-:

प्रथमंतु लिखेद् वृत्तं तद्बहिस्तु स्वरांल्लिखेत् । बहिर्बुभूद्वयं लिख्य चतुर्दिक्षु च श्रीं लिखेत् ।
वृत्तयुग्माष्टपत्रं च लिखेद् गोरोचनादिना । ग्रीवायां धनस्थाने वा पूजागृहे वापि स्थापनात् । बंधमुक्तिर्भवेत्तस्य नवमे दिवसे तथा । पूर्वोक्तविधिना लक्षं कमला मंत्र जपेद बुधः ।।

हिंदी व्याख्या-:

बंधन मोचन यंत्र बनाने के लिए पहले एक वृत्त बनाना चाहिए। फिर वृत्त के बाहरी भाग में स्वरानुलेखन, दो बुभू तथा चारों दिशाओं में श्रीं लिखना चाहिए। इसके बाद यंत्र में पुनः दो
वृत्त खींचकर गोरोचनादि से आठ दल बनाकर उसे धनस्थान (लॉकर) या पूजा घर में स्थापित करने से नौ दिन के भीतर ही बंधन से मुक्ति मिलती है। यंत्र सिद्धि हेतु एक लाख बार लक्ष्मी बीज मंत्र का जप भी करना चाहिए।

यहां पर हमने प्राचीन विधि से यंत्र बनाने की पूरी प्रक्रिया संस्कृत और हिंदी दोनों में बता दी है। व्यापार में बंधन का किस तरह से पता चलता है वह भी हम आपको बताते हैं-:

★दुकान जाने का मन ना करना
★ग्राहकों का आना लेकिन समान लेकर न जाना
★कर्ज बढ़ते जाना
★कार्यस्थल पर उबासी आना
★ दुकान जाने से घबराना
★व्यापार में कोई भी नया प्रोजेक्ट शुरू न होना
★पैसा डूब जाना
★ग्राहकों से बार-बार लड़ाई झगड़े होना
★दूसरे दुकानदार की अपेक्षा कम रेट में देने पर भी ग्राहक न आना
★बार-बार दुकान के कर्मचारियों का छोड़ कर जाना


यदि आपके साथ ही ऐसी घटनाएं हो रही है तो आपको भी समझ लेना चाहिए कि आपके व्यापार में भी बंधन हो गया है। और इस बंधन का उपाय आपको जल्द से जल्द करवा लेना चाहिए


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