सूर्य केतु

सूर्य केतु की युति और केतु की अनिष्ट दशा से बचाव हेतु कुछ आसान उपाय 
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सूर्य केतु की युति होने पर सूर्य ग्रहण के समय तिल,नींबू,पका केला बहते पानी
जैसे नदी नहर में बहायें।
बारहवे भाव के केतु के लिये बारह पीले रंग की पताकायें यानी पीले रंग का झंडा बारह बार धर्म स्थान पर लगाना
यदि केतु रोग कारक हो तो रोग ग्रस्त जातक स्वयं अपने हाथों से कम से कम 7 बुधवार भिक्षुकों भिखारीयों को हलुआ वितरण करे तो लाभ होगा।
केतु की शांति के लिए नवरात्रि में छिन्न्मस्तादेवी का 9 दिनी अनुष्ठान कराएं।
केतु महादशा उपाय
अगर आप केतु की महादशा से पीड़ित हैं तो ऊपर बताये गए उपायों में से जो आप सहजता से कर सकें वो करें।
भगवान् गणेश का एक लॉकेट अपने गले में इस तरह धारण करें की वो हमेशा आपके ह्रदय के पास रहे।
प्रतिदिन गणेश जी पूजा करनी चाहिए और हो सके तो गणपति जी को लड्डू का भोग लगाना चाहिए.
9 साल से छोटी कन्याओं को भोजन करवाकर दक्षिणा सहित विदा करना चाहिए.
ऊपर बताये गए उपायों के अलावा महादशा-अन्तर्दशा के कुछ और उपाय निम्न प्रकार करें। ध्यान रहे इनके साथ केतु के सामान्य उपाय भी जरूर करें
केतु महादशा - केतु अन्तर्दशा : 
दुर्गा सप्तशती का पाठ करें
और महामृत्युंजय मंत्र का जप करें।
साथ ही केतु के मंत्र का भी जप करें।
केतु महादशा - शुक्र अन्तर्दशा : माँ दुर्गा की उपासना करें , दुर्गा सप्तशती का पाठ करें
केतु महादशा - सूर्य अन्तर्दशा : गौ दान, शिव मंदिर में रुद्राभिषेक करें
केतु महादशा - चन्द्र अन्तर्दशा : पारद शिवलिंग का कच्चे दूध से अभिषेक करें,
दुर्गासूक्त और चंद्रस्तोत्र का पाठ करें।
केतु महादशा - मंगल अन्तर्दशा : हनुमान जी की उपासना, हनुमान अष्टक तथा बजरंग बाण का पाठ नित्य करें। शनि तथा मंगलवार को हनुमान जी के दर्शन कर बेसन के लड्डू का भोग लगावें। संभव हो तो शनिवार और मंगलवार को सिंदूर और चोला भी चढ़ाना चाहिए।
केतु महादशा - राहु अन्तर्दशा : दुर्गा सप्तशती का पाठ करें और महामृत्युंजय मंत्र का जप करें। गणेश मंदिर में नारियल तोडें। कोयले के आठ टुकड़े बहते पानी में प्रवाहित करें। भैरवजी की उपासना करें।
केतु महादशा - गुरु अन्तर्दशा : शिव सहस्त्रनाम का पाठ करें
केतु महादशा - शनि अन्तर्दशा : गौ दान, महामृत्युंजय मंत्र का जप करें
केतु महादशा - बुध अन्तर्दशा : विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। गणेश जी की पूजा करें। चतुर्थी वाले दिन गणेश जी की विशेष पूजा करें , बकरी दान करें।
🌺🌸🌺🌸🌺ॐ नम: शिवाय🌸🌺🌸🌺🌸🌸

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