दृष्टि
🌺 #बुध #के #घर #में #सूर्य पर #ग्रहों की #दृष्टि
आज बात करते हैं सूर्य जब #बुध की राशि मिथुन और कन्या में होता है तब उस सूर्य को ग्रहों की दृष्टि से क्या प्रभाव होता है।
#चंद्र #की #दृष्टि👉 बुध की राशि में बैठे सूर्य को जब चंद्रमा अपनी सत्तम दृष्टि से देखता है तो ऐसा जातक मित्र और शत्रुओं से परी पीड़ित रहता है प्रदेश में जाने वाला रहता है और सदा उदास होता है
#मंगल #की #दृष्टि👉 सूर्य जब बुध के घर में रहता है और मंगल उसके लिए अपनी चतुर्थ अष्टम य सप्तम किसी भी दृष्टि से देखता है तो ऐसा जातक शत्रुओं से भयभीत कलह आदि से युक्त अत्यंत दीन संग्राम में हारने वाला अत्यंत लज्जित और अलसी प्रवृत्ति का होता है
#बुध #की #दृष्टि👉 सूर्य और और बुध जैसा कि सभी लोग जानते हैं इन दोनों की युति काफी शुभ होती है इनसे सबसे प्रचलित बुधादित्य योग बनता है।
अब बात करते हैं बुध की दृष्टि के तो कभी भी सूर्य को बुध नहीं देखता ना बुध के लिए सूर्य देखता है क्योंकि इनकी दृष्टि केवल सप्तम होती हैं, और यह हमेशा किसी भी कुंडली में आमने सामने नहीं होते हमेशा आसपास होते हैं इसलिए बुध पर यह प्रभाव लागू नहीं होता।
#गुरु #की #दृष्टि👉 शुक्र की राशि में बैठे सूर्य पर जब गुरु ग्रह की दृष्टि होती है तो ऐसा जातक छुपे हुए मंत्र वाला अत्यंत स्वतंत्र होता है । स्त्री और पुत्र आदि के द्वारा गर्व महसूस करता है।
#शुक्र #की #दृष्टि👉 सूर्य जब बुध की राशि में है और शुक्र की दृष्टि होने पर ऐसा जातक ज्यादा विदेश में निवास करता है बहुत ज्यादा सफल चपल और विलासी प्रवृत्ति का होता है देह अग्नि या शस्त्र से अंकित हो राजा का दूत हो।
पर कभी भी सूर्य पर शुक्र की दृष्टि नहीं होती क्योंकि सूर्य और शुक्र बहुत नजदीक होते हैं
#शनि की दृष्टि 👉 सूर्य बुध की राशि में होता है और शनि की दृष्टि होती है तब ऐसा जातक धूर्रत बहुत नौकर वाला बुद्धिहीन और हमेशा उसका चित्र अग्नि की तरह जलता रहता है
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