इंदू लग्न और होरा कुण्डली से धन की स्थिति
इंदू लग्न और होरा कुण्डली से धन की स्थिति
1】लग्न कुंडली
धनेश सूर्य,लग्न में नवमेश गुरु,लाभेष शुक्र ये सभी भाव(2,5,11th)लग्न में है जो अच्छा धन योग का संकेत दे रहा है, लग्नेश स्वयं भाग्य स्थान पर और भागेष गुरु लग्न में लग्न और भाग्य का परिवर्तन योग बन रहा है।
👍धन के स्रोत★ 2nd भाव जो धन भाव होता है वहाँ के स्वमी लग्न में मित्र के साथ बैठे है। शनि अष्टमेश हो कर धन भाव मे शनि सेवक है ,मेहनत का कारक है। अष्ठम भाव विमारी का भाव के स्वामी धन भाव मे ,राहु विष ,राशयनिक, सर्जन, आदि का कारक है, वही कर्म के स्वामी मंगल 12th में है भाव मे गया है केतु की दृष्टि भी 12th पर है। 12 भाव हॉस्पिटल से रिलेटेड से संकेत दे रहा है। जातक एक सर्जन चिकित्सक है।
शुक चतीर्थ भाव के स्वामी है शनि+शुक की राशि मे जातक कैस्टमेटिक सर्जन है। शुक्र सुंदरता का कारक है, 4th भाव शिक्षा के स्थान है।
★गुरु उच्च का हो कर लग्न में है, पंचम भाव और नवम भाव पर दृष्टि डाल रहा है, जातक उच्च शिक्षा लेता है चंद्र गुरु 9th में जो अच्छा योग बन रहा है, 9th भाव उच्च शिक्षा देता है चंद्र 9th में चंद्रमा ख़ुद नर्सिग का कारक है,।। और नवंश में चंद्र मंगल लगन में है।। चन्द्रमा भी खूबसूरती का कारक है इस लिए जातक कॉस्टमेटिक के क्षेत्र में शिक्षा लिए और present में एक सफल professor /doctor है।
💐इंदू लग्न★ धन भाव मे गुरु उच्च के है लाभेष खुद मंगल लगन में है, धन के कारक स्वयं गुरु धन भाव मे भाग्येश शनि और लाभेष मंगल के कर्तरी में है।नैशर्गिक शुभ ग्रह गुरु शुक्र साथ मे है,शुक्र पंचमेश है यहाँ पर जातक के पास धन का बहुत ही अच्छा स्रोत है।।धनेश खुद 10 में गया है और 4th को देख रहा है ,जातक जिवन में बहुत सुखी रहता है।
💐होरा लग्न ★होरा लग्न सिंह राशि का है, सूर्य धनेश,पंचमेश मंगल, नवमेश गुरू, लाभेष शुक्र(लग्न कुंडली से 2,5,9,11)लग्न में बैठे है ,,धन का बहुत अच्छा योग बन रहा है
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