शनि की साढ़े साती एवं गोचर फल विचार :-
👉 शनि की साढ़े साती एवं गोचर फल विचार :-
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1. मेष राशि वालों के लिए - एकादश शनि शुभ है। परिवारिक उत्तरदायित्व की वृद्धि होगी। धर्म अध्यात्म में रुचि, सहोदर भाई बहन से लाभप्रद एवं मदद कारी प्रीति बढ़ेगी। विविध सुख साधनों की वृद्धि परिवार में आदर्श सम्मान बढ़ेगा। वाद विवाद मुकदमा परीक्षा प्रतियोगिता वगैरह से सफलता मिलने का योग है। मान मर्यादा की वृद्धि होगी।
2. वृष राशि वालों के लिए :- दशम शनि शुभ है। भाग्य कर्म प्रारब्ध का उत्तम सहयोग मिलेगा। आर्थिक आवागमन से आत्म संतोष बढ़ेगा। भौतिक सुख सुविधाओं के वृद्धि होगी। उच्चाधिकारियों से मित्रता बढ़ेगी, भ्रमण सुख मिलेगा। लंबी यात्राएं होगी।
3. मिथुन राशि वालों के लिए :- नवम शनि पूज्य है। व्यापार में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। शारीरिक निर्बलता परिश्रम कठिन संघर्ष से कार्य सिद्धि होगी। स्त्री संतान परिवारजनों के प्रति उदासीनता रहेगी। दैनिक समस्याओं का सामना करना होगा। धन आगमन जटिल सिद्ध होगा, अध्ययन में सामान्य सफलता बच्चों के पढ़ाई पर ध्यान देना आवश्यक है।
4. कर्क राशि वालों के लिए :- अष्टम शनि अशुभ है । लघु कल्याणी ढैया चालू रहेगी। पारिवारिक सदस्यों की हरकतों से नफरत की आग पैदा करेगी। साहस पराक्रम पुरुषार्थ शक्ति का क्षय, अधीनस्थ कर्मचारियों से भारी कष्ट का अनुभव होगा। स्वास्थ्य बाधा, जोश क्रोध उन्माद की वृद्धि अनियमित दिनचर्या उदर विकार ग्रह कलह में वैमनस्यता रहेगी। शुभ प्रयत्नों को करते रहना जरूरी है।
5. सिंह राशि वालों के लिए :- सप्तम शनि पूज्य है। सामान्य सुखोदय का योग है। नौकरी व्यवसाय में साधारण सफलता मिलेगी। व्यर्थ खर्चो का योग अधिक है। घबराहट अपव्यय के बावजूद सभी कार्य व्यवस्थित चलेगा। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। वाहन का प्रयोग सावधानी से करें। साहस हिम्मत से कार्य सिद्धि। अत्यधिक कार्य में व्यस्तता रहेगी। सरकारी उलझने पैदा हो तो धैर्य से काम ले। गोपनीयता और सक्रियता अनिवार्य है।
6. कन्या राशि वालों के लिए :- छठां शनि शुभ है। पारिवारिक सुख उत्तम रहेगा। विद्या अध्ययन में उत्तम सफलता मिलेगी। यात्रा का सुख मिलेगा। आयु आरोग्य सुरक्षित रहेगा। इच्छित कार्यों में सफल रहेगा। कर्तव्यनिष्ठ जीवन का विकास, साहस उत्साह सत्कर्म सद्बुद्धि का विकास रचनात्मक कार्यों में सफलता ।
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