12 bhav

Om shanti .

आय भाव के स्वामी का 12 भाव में फल।

1,अगर आय भाव का स्वामी लग्न मे बैठ जाये तो जातक कही न कही से धन कमाने के साधन ढूढ़ता रहता है । धन व्यक्ति के व्यक्तिव से जुड़ जाता हैं । जातक थोड़ा कंजूस भी हो जाता है मगर धन के कमाने हर सम्भव प्रयास करता है ।

2, आय का स्वामी 2nd भाव मे आ जाये तो जातक को महाधनी बना देता है । जातक को पैतृक सम्पति तो प्राप्त तो होती ही है जातक अपनी वाणी से भी धन अर्जित करता है । मगर स्वास्थ्य खराब ही रहता है ।

3, आय भाव का स्वामी 3rd भाव मे हो यो जातक अपने पराक्रम से धन अर्जित करता है पराक्रम से किस्मत बनाता है ।

4,आय का स्वामी 4th भाव में हो तो जातक सुखों पर खर्च करता है और जमीन से आये के स्त्रोत ढूढ़ता है भूमि वाहन पर बहुत खर्च करता है ।ऐसे जातक जमीन खरीदते है और लाभ कमाते है ।

5 ,आय का स्वामी 5th हाउस मे हो जातक अपने ज्ञान से धन अर्जित करता है ।

6 ,आय का स्वामी 6th हाउस में हो तो जातक पर कर्ज जरूर होता है खर्च भी बढ़ाता है मगर जातक अपनी आये से कर्ज से मुक्ति पा लेता है।

7, आय का स्वामी 7th मे बैठ जाये तो जातक की शादी के बाद आय बड़ जाती है । जातक शादी के बाद व्यपार करता है । कई बात जीवनसाथी नोकरी वाला मिल जाता है तो आय बढ़ जाती है ।

8,आय का स्वामी 8th मे बैठ जाये तो आय मे बहुत दिक्कत होती है ।अगर 2nd हाउस ओर 9th हाउस भी कमजोर हुआ तो ओर मुश्किल हो जाएगी ।

9,आय का स्वामी 9th मे बैठ जाये तो जातक पराक्रम के द्वारा भाग्य बनाता है ओर लाभ कमाता है ।

10, आय का स्वामी अगर 10th हाउस मे बैठ जाये तो जातक कर्म ही ऐसे करता है की आये के साधन हमेशा बनते रहेंगे ।

11, आय का स्वामी 11th भाव मे हो तो सबसे अछा है ।यह अपनी अंतर ।महादशा में अच्छा फल ही देगा ।

12, आय का स्वामी 12th भाव मे हो तो वहाँ जातक के बहुत खर्च करवार्ता है मगर ऐसे लोगो को विदेशों से लाभ भी मिलता है ।पैसा टिकने नही देंगे मगर आये सदैव होती रहेगी ।

अब यह देखे की आय भाव मे कौन कौन सा ग्र्रह बैठा ,11 भाव पर किस किस की दृष्टि है । 11 भाव मे पापी ग्रह अछा फल देते है । यह देखे आय और लगन के स्वामी का संबंद कैसा है । 11 भाव के स्वामी की स्थिति कैसी है ।

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