पहले हम जानेगे 6 हाउस है

आज हम बात करेंगे 6 हाउस की , यह भाव से क्या किया देखा जाएगा और इस भाव के स्वामी जिस भाव मे बैठे क्या करेंगे जिस भाव पर दृष्टि डालेंगे तो क्या होगा ।जो ग्रह इस भाव मे बैठेगा क्या फल देगा ।

पहले हम जानेगे 6 हाउस है क्या

 1 आपके शत्रु का घर है 
 2, कर्ज का घर 
 3 रोग का घर 
 4,लड़ाई झगड़े का घर
 5 मुकाबले का घर 
 6 मानसिक परेशानी का घर
 7शत्रु एक होगा या अनेक 
 8 नाम होगा या बदनामी होगी 
 9 रोग जल्दी ठीक होगा या लम्बा रोग होगा।
 10 मित्र से धोखे से मारे जाना, मित्र से ही धोखा।

यह भाव कुंडली का बहुत महत्वपूर्ण भाव है । इस भकव का स्वामी जिस भाव मे बैठता है उस भाव को खराब करता है इसके साथ जिस भाव पर दृष्टि डालता उस भाव को भी खराब करता है । अगर किसी भाव का स्वामी 6 हाउस में आकर बैठता है तो उसके कार्येत्व मे कमी तो आती ही है जिन भावो का वो स्वामी होता वो भाव भी कमजोर हो जाता है ।

कोई  भी ग्रह अगर 6 हाउस में बैठता है तो वो उस भाव की कमी को दूर करता है रोग ,कर्ज़ ,शत्रु से रक्षा करेगा मगर वो जिस भावो का स्वामी वो कमजोर हो जाएंगे ।

1 शनि 6 हाउस का कारक है जातक शत्रुहन्ता होगा रोग कर्ज़ से रक्षा करेगा मगर पैरो का रोग देगा ।

2, गुरु जहा पेट का रोग देगा ।
3 केतु भ्रमक रोग देता है ।
4,चन्दर मानसिक पीड़ा देता है ।
5,सूर्ये हार्ट प्रोब्लम आखो का रोग।
6,मंगल शत्रुहन्ता बनाता है जक्तक पैसा उधार न दे किसी को लेकिन दुर्घटना भी देता है ।
7 बुध त्वचा रोग देता है ।
8 शुक्र मूत्र रोग मधुमेह रोग ।

इसी तरह 6 हाउस का स्वामी अगर 10 हाउस में चला जाये तो जातक के जीवन के कार्ये क्षेत्र मे मुकाबले लगे रहते है । अगर 10 हाउस भी कमजोर हुआ तो हालात और खराब होंगे।  

6 हाउस लार्ड अगर 9th हाउस में हो तो जातक का भाग्ये कमजोर कर देंगे बहुत ओर अगर 9 लार्ड भी कमजोर हुआ तो जातक के जीवन मे संघर्ष ही रह जाता है ।

सब से अछि बात है यह भाव खाली हो ओर कोई ग्रह इसको न देखे सुप्त हो । जातक का अगर कोई शत्रु न हो जीवन सुखद ही रहेगा । उदहारण के लिए अगर कुण्डली मे कोई दुर्योगों न हो तो राजयोग भी न हो तो फर्क नही पड़ता है ।

6 हाउस परेशानी सुख ,शत्रु का घर नही बल्कि आपके जीवन के उथान का कारण बनता है 

कल बात करेंगे 6 हाउस में ग्रहो की प्लेसमेंट के बारे मे पूर्ण रूप से कोई भी निजी सवाल न करे अगर कुंडली दिखानी हो तो फीस भरे

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