बुध ग्रह
अष्टम भाव गुप्त चीजों का occult, का आयु, का बदलाव का, मृत्यु का और पुनर्जन्म का, ससुराल का, पत्नी के धन का है। यहां जातक का फोकस पूरा जीवन अष्टम भाव से संबंधित मामलों मैं गुप्त विद्याओं में रहस्यमयी घटनाओं में अचानक घटित होने वाली घटनाएं और जीवन की डार्कर साइड पर रहता है।
यह भी हो सकता है कि व्यक्ति किसी की सहायता इस तरह की स्थितियों में करें अष्टम भाव दूसरों की सेवा का भी है पैतृक संपत्ति का भी है और जमीन से नीचे निकलने वाली वस्तुओं का भी है जैसे ऑयल, गैस, gems पूरा जीवन अचानक घटित होने वाली घटनाएं और छुपी हुई चीजों के चारों तरफ चलता है।
अष्टम भाव मुख्य रूप से आयु का है अत: लग्नेश अपनी स्थिति के अनुसार व्यक्ति की आयु पर सीधा प्रभाव डालता है। अगर अच्छी स्थिति में है तो लंबी आयु देता है अगर कमजोर या पीड़ित है तो मध्यम या अल्पायु देता है।
अष्टम भाव असाध्य बीमारी का है अगर लग्नेश अष्टम भाव में मजबूत है तब जातक की जीवन शक्ति मजबूत होगी और कोई असाध्य बीमारी नहीं होगी लेकिन यदि लग्नेश पीड़ित है तो कोई असाध्य बीमारी हो सकती है।
जीवन में बाधाओं का सामना करना पड़ता है अतः लग्नेश कमजोर नहीं होना चाहिए नहीं तो बहुत सारी बाधाएं आती है यदि लग्नेश मजबूत है तो वहीं बाधाओं का सामना आसानी से कर लेता है अपनी मजबूत आंतरिक शक्ति द्वारा इन बाधाओं का सामना कर लेता है और असाध्य बीमारियों से लड़ भी लेता है मजबूत जीवन शक्ति होती है और अपने मजबूत इच्छाशक्ति और औरा से किसी भी तरह की नेगेटिव एनर्जी से लड़ सकता है।
यहाँ लग्नेश अचानक मृत्यु या किसी एक्सीडेंट के कारण मित्र या लाइलाज बीमारी के कारण मृत्यु दे सकता है। यदि मजबूत है तो जीवन शांतिपूर्ण होता है लेकिन मृत्यु अचानक हो सकती है। यदि लग्नेश पीड़ित है तो जीवन में शांति नहीं होती और कोई असाध्य बीमारी हो सकती है।
अष्टम भाव उच्च और रिसर्च में शिक्षा प्राप्त करने का है यदि लग्नेश मजबूत है तो वह स्कॉलर हो सकता है और रिसर्च में जा सकता है। गुप्त विद्याओं का ज्ञान होता है और हीलिंग आध्यात्मिक ज्ञान देता है। पूर्वाभास की शक्ति होती है स्पैक्यूलेशन में जा सकता है। यदि लग्नेश कमजोर है तो इन सभी मामलों से नुकसान हो सकते हैं।
अष्टम भाव पैतृक संपत्ति का है यदि सुस्थित है तो पैतृक संपत्ति मिलती है छुपा हुआ धन या इल्लीगल तरीके से या बिना कमाया हुआ धन प्राप्त हो सकता है और अगर लग्नेश कमजोर है तो वह अपने धन को गुप्त या इल्लीगल मामलों में नुकसान उठा सकता है।
अचानक घटित होने वाले मामलों के कारण जातक को नुकसान हो सकता है जैसे एक्सीडेंट चोरी आग लगना आदि।
यहां पर लग्नेश रिस्क लेने की क्षमता को देता है अगर लग्नेश मजबूत है तो जातक रिस्क उठाता है और जुए शेयर मार्केट आदि चीजों में रिस्क लेता है और अगर लग्नेश कमजोर है तो इन चीजों से ही नुकसान उठाता है।
अष्टम भाव में लग्नेश आपको झूठ बोलने की प्रवृत्ति या नैतिकता में कमी कर सकता है लेकिन यदि शुभ ग्रह का प्रभाव है तो इन चीजों में कमी आ जाती है लग्नेश मजबूत है तो आप दूसरों की सहायता करते हैं। और यदि आध्यात्मिक राशि में बैठा है और आध्यात्मिक नक्षत्र में है तो जातक आध्यात्मिकता की तरफ बढ़ता है।
आरोपों का भाव है तो जातक को आरोपों का सामना करना पड़ता है जब लग्नेश अष्टम भाव में होता है तो यहाँ पर वह प्रभावित होता है लेकिन लग्नेश की शक्ति पर निर्भर करता है।
यह स्थिति अच्छी नहीं मानी जाती यह दर्शाती है कि यहां जातक को नुकसान उठाना पड़ता है कर्ज हो सकते हैं और जीवन में संघर्ष आते हैं मस्तिष्क में नकारात्मक विचार आते हैं जीवन शैली में परेशानी महसूस हो सकती है।
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