मनचाहा पति चाहिए और सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद भी, तो सावन में कर लें ये काम✳️:-
🙌मनचाहा पति चाहिए और सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद भी, तो सावन में कर लें ये काम✳️:-
⭕️सावन के महीने को हिंदू धर्म में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. इस बार बाबा भोले का सावन महीना काफी खास माना जा रहा है.
☣️इस बार सावन 30 दिनों का नहीं बल्कि 59 दिनों का होगा. ऐसा इसलिए हो रहा है कि हिंदू पंचाग विक्रम संवत 2080 के मुताबिक, इस साल ज्यादा महीने पड़ रहा है जिसमें पूरे 13 महीने होंगे.
🔯ऐसा इसलिए क्योंकि नए हिंदू नव वर्ष में मलमास है. जहां हर तीसरे साल में ऐसी स्थिति बनती है. जब 12 की जगह 13 महीने होते हैं.
🌍दरअसल, इस बार सावन का महीना आगामी 4 जुलाई से शुरू हो रहा है, जोकि 31 अगस्त तक चलेगा. ऐसे में सावन इस बार 59 दिनों का रहेगा. जहां 18 जुलाई से 16 अगस्त तक सावन अधिकमास रहेगा.
🔴चूंकि,इसे मलमास भी कहा जाता है. इसके चलते ही सावन 2 महीने का हो रहा है. इसी वजह से सावन में 8 सोमवार पड़ रहे हैं, जबकि अन्य साल सावन महीने में 4 या अधिकतम 5 सोमवार होते हैं. इतना ही नहीं, इस साल रक्षाबंधन भी 31 अगस्त को पड़ रहा है.
🟦मान्यता है कि, सावन के सोमवार का व्रत रखने से मनमुताबिक कामना पूरी होती है. कहा जाता है कि, सावन का महीना भोले के भक्तों के लिए किसी त्योहार से कम नहीं है. इस दौरान सुहागन महिलाओं को सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद मिलता है. इसके अलावा पति को लंबी आयु मिलती है.
☸️कहा जाता है कि, कुंवारी कन्याएं ये व्रत रखें तो उन्हें अपने मन मुताबिक वर मिलता है. माना जाता है कि सावन के महीने में बाबा शिव अपने भक्तों के मन की आवाज को सुन लेते हैं.
✅️इस दौरान सावन महीने में शिवलिंग का जलाभिषेक और दूध अभिषेक करना काफी फायदेमंद माना जाता है.दरअसल, इस बार सावन का सोमवार 4 जुलाई से शुरू हो रहा है. चूंकि, इसी दिन भक्त अपने प्रिय अराध्य भगवान शिव की पूजा के लिएकांवड़ यात्रा पर निकलेंगे.
🙏जबकि, सावन की पहला सोमवार 10 जुलाई को पड़ रहा है. वहीं, सावन का आखिरी सोमवार 28 अगस्त को पड़ रहा है. बता दें कि, सावन महीने में कांवड़ियों के अलावा शिव मंदिरों में भक्तों की सबसे ज्यादा भीड़ होती है.
🔱सावन में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कर लें ये उपाय⛔️
☸️ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सावन में महीने में भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए रोजाना उनका दूध से अभिषेक करना चाहिए. इससे वे जल्द प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को मनवांछित फल देते हैं.
🟠मान्यता है कि सावन में महीने में भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए. शिव पर जल चढ़ाने का महत्व समुद्र मंथन से जुड़ा है.
🚩कहते है कि समुद्र मंथन के दौरान विष पीने के बाद शिव का कंठ एकदम नीला पड़ गया. जिसे शांत करने के लिए सभी देवी-देवताओं ने उन्हें जल अर्पित किया. इसलिए शिवजी की पूजा में जल चढ़ाया जाता है.
✅️बता दें शिवजी की पूजा बिल्वपत्र के बिना अधूरी है. कहते हैं कि बिल्वपत्र शिव जी को अत्यंत प्रिय है. इसलिए उनकी पूजा में बिल्वपत्र चढ़ाया जाता है जिससे वे खुश होकर व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी करते हैं.
☮️भगवान शिव को धतूरा भी अत्यंत प्रिय है. शिवजी को धतूरा चढ़ाने से हर संकट दूर हो जाता है. वहीं यह भी कहते हैं कि शिवजी को धतूरा चढ़ाने से संतान की प्राप्ति होती है.
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