akshay tritiya

कल 3 मई को है अक्षय तृतीया तो जानें पूजा विधि, महत्व, उपाय और शुभ मुहूर्त.......!!!!!!!

अक्षय तृतीया या अखा तीज वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को कहते हैं। मान्यता है कि इस दिन जो भी शुभ कार्य किए जाते हैँ उनका अक्षय फल मिलता है। इस कारण इसे अक्षय तृतीया कहते हैँ। इस दिन बिना कोई पंचांग देखे कोई भी शुभ और मांगलिक काम किया जा सकता है।
अक्षय तृतीया में क्या करें- इस दिन कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य किया जा सकता है। जैसे- विवाह, गृह-प्रवेश, जमीन-जायदाद खरीदना, वस्त्र-आभूषण खरीदना आदि। इस दिन सारा दिन शुभ मुहुर्त ही रहता है। इस दिन किए गए जप, तप और दान का कई गुणा अधिक फल मिलता है। इस दिन किया गया जप, तप, हवन और दान अक्षय हो जाता है। इस दिन गंगा स्नान जरूर करे।

आइए जानें अक्षय तृतीया का शुभ-मुहूर्त-:

अक्षय तृतीया 3 मई 2022
अक्षय तृतीया प्रारंभ 3 मई को सुबह 5:18 से
अक्षय तृतीया तिथि समाप्त 4 मई 2022 को सुबह 7:32 बजे तक
अक्षय तृतीया पूजा मुहूर्त सुबह 5:39 बजे से 12:18 तक
सोना खरीदने का शुभ समय - 05:38 से 6:15 तक
रोहिणी नक्षत्र 3 मई सुबह 12:33 से 4 मई को सुबह 3:19 तक

अक्षय तृतीया की पूजा विधि-:

घर के मंदिर में ईशान कोण में लाल कपड़ा बिछाकर भगवान लक्ष्मीनारायण के की मूर्ति स्थापित कर विधिवत पूजन करें कांसे के दिये में गाय के घी का दीपक जलाएं,सुगंधित धूप जलाए,गोलोचन से तिलक करें,  अक्षत,रोली,सिंदूर,इत्र,अबीर गुलाल आदि 16 चीजों से देवी का षोडशोपचार पूजन करें फिर भगवान लक्ष्मी-नारायण को चावल की खीर का भोग लगाकर भोग को प्रसाद  के रुप में बांटे।
अक्षय तृतीया के दिन भगवान लक्ष्मी-नारायण को प्रसन्न करने के लिए इस मंत्र का जाप 108 बार करें मंत्र 
।। ह्रीं श्रीं लक्ष्मी नारायणाय नमः ॥
पैसे की कमी दूर करने के लिए लक्ष्मी-नारायण पर 5 रूपये का सिक्का चढ़ा कर पर्स में रखें।

अक्षय तृतीया पर करने योग्य उपाय-:

1. मां लक्ष्मी की तस्वीर पर सुहाग का सामान अर्पण करें।
2.घर के मंदिर में मां लक्ष्मी के पास 11 गोमती चक्र रखें।
3 लक्ष्मी जी के चाँदी के चरण पादुका मंदिर में लाकर रखे।
4. दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान विष्णु का अभिषेक करें और साथ ही दूध दही अर्पण करें।
5.इस दिन दान करने के लिए बहुत ही खास दिन माना जाता है। 
6.चावलों की खीर बनाकर मां लक्ष्मी को भोग लगाकर प्रसाद में बांटे।

अक्षय तृतीया के दिन करें यह 14 दान-:

1.गौ 2.भूमि,
3.तिल 4.स्वर्ण,
5.घी 6.वस्त्र,
7.धान्य 8.गुड़,
9.चांदी 10.नमक,
11.शहद 12.मटकी,
13.खरबूजा और  14.कन्या दान

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