diwali उपाय
दिवाली के महा उपाय
दोस्तों दिवाली के टोटके तो आजकल आप रोज पढ़ ही रहे होंगे, सोशल मीडिया में सभी साइट और सभी फेसबुक ग्रुप्स इन टोटकों से भरे पड़े है ,और कई वर्षों से आप ये टोटके कर रहे। आज कुछ उपाय मैं भी आपसे शेयर करूंगा जो कि बहुत ही सीधे और सिंपल है।
1. दिवाली के दिन आपको प्रसन्न रहना है। आप याद करें जब प्रभु श्री राम की वापसी की खबर आई तो सभी अयोध्या वासी खुशी में झूम उठे। आपको भी इस दिन खुश रहना है। हालांकि चंद्र जिनका कमजोर है उनके लिए ऐसा करना मुश्किल है क्योंकि दिवाली अमावस्या के दिन आती है और कमजोर चंद्र वालों का मन इस दिन उथल-पुथल रहता है, फिर भी कोशिश करें कि आप प्रसन्न रहें और औरों को भी प्रसन्न करें।
2. अपने घर की बहुत ही गहरी साफ सफाई करें। सभी प्रकार के जाले हटाए और जितना भी कूड़ा और कबाड़ा है उसको बाहर फेंक दें। इसके बाद घर को सजाने के लिए अगर हो सके तो असली फूलों का इस्तेमाल करें,भले ही कम हो। अशोक के पत्ते पर हल्दि या पीले चंदन से राम लिखकर, ऐसे 21 पत्तों की माला बनाएं और उसे बंदरवार की तरह अपने घर के मुख्य दरवाजे पर लगाएं।
3. दीपावली का यह पर्व धनतेरस से शुरू होता है और भाई दूज तक रहता है। धनतेरस के दिन एक थाल बनाएं, इसमें थोड़ा थोड़ा सभी प्रकार का घर में उपलब्ध अन्न रखें, जैसे कि थोड़े चावल, थोड़ा आटा, थोड़ी दाल, एक कटोरी में थोड़ा सा मसाला और उसमें अलग-अलग प्रकार के कुछ फल खासकर अनार और गन्ने के कुछ टुकड़े जरूर रखें। यह थाल आपने धनतेरस की शाम पूजा के वक्त मंदिर में रखना है और इसे भाई दूज के दिन उठाना है, और वापस सारे सामान को उसी सामान में मिला देना। फलों को खा लेना है या फिर बांट देना।
4. दिवाली के दिन फूलों से एक रंगोली बनाएं उसका डिजाइन भी मैं बता रहा हूं। बीच में श्रीं लिखें और उसके चारों तरफ गाय शुद्ध घी के दीए जलाएं और कुछ देर "श्रीं" मंत्र का जाप करें। बड़ी इलायची के 21 दानों की एक माला बनाएं और यह वाला माता लक्ष्मी को अर्पित करें बाद में इन इलायची के दानों को अब मसाले में मिक्स कर सकते हैं। दिवाली पूजन के दिन माता को कमल के फूल और इत्र जरूर भेंट करें।
5. दोस्तों दिवाली का पूजन स्थिर लग्न में किया जाता है जो कि दिल्ली के समय 6:54 pm से 8:50 pm तक है, आप अपने स्थान के पंचांग के हिसाब से जरूर चेक कर ले । दिवाली की पूजा पूरे भक्ति भाव और उल्लास से पूर्ण रूप से माता को समर्पित होकर करें, और पूजा संपन्न करके माता को उसके द्वारा दिए हर चीज के लिए धन्यवाद करें, और अपना आशीर्वाद बनाए रखने के लिए निवेदन करें।
6. दोस्तों दिवाली में अक्सर गिफ्ट देने का एक चलन बना है और आजकल बाजार में वह डिब्बे में पैक गिफ्ट दिए जाते हैं जिसमें बिस्किट और अलग-अलग प्रकार की नमकीन और चिप्स होते हैं, ऐसे गिफ्ट देने से बचें। अगर आप को गिफ्ट देना ही है, तो मिठाई का गिफ्ट दें, जो भी आपसे मिलने आए उसको मिठाई खिलाए, भले ही थोड़ी सही, क्योंकि मीठा बृहस्पति को इंडिकेट करता है और बृहस्पति घर में शुभता लाता है। मार्केट और एडवर्टाइजमेंट के बहकावे में ना आएं।
7. दोस्तों दिवाली की रात साधना की रात होती है। इस दिन आप जिस भी मंत्र का जाप करते हैं उसकी साधना कर सकते हैं। ऐसा माना जाता है इस दिन का मंत्र जाप करने से वह मंत्र सिद्ध हो जाता है। तो आप जितना हो सके उतना ज्यादा अपने मंत्र का जाप करें या माता लक्ष्मी के किसी मंत्र का जाप करें।
8. दिवाली की रात आप एक यंत्र भी बना सकते हैं जो कि भोजपत्र में अष्टगंध की स्याही से बनाया जाता है। अगर भोजपत्र और अष्टगंध की स्याही ना उपलब्ध हो, तो आप एक सादे पेज पर भी इसे बना सकते हैं। यंत्र बनाने के बाद उसकी पूजा विधि विधान से करी जाती है। पूरे साल अगली दिवाली तक आपके पैसे के आवागमन को अच्छा रखेगा।
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