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Showing posts from March, 2019

राहूकालसर्पदोष*

*राहूकालसर्पदोष* जब जन्म कुंडली में सारे ग्रह राहु और केतु के बीच अवस्थित रहते हैं तो उससे ज्योतिष विद्या मर्मज्ञ व्यक्ति यह फलादेश आसानी से निकाल लेते हैं कि संबंधित जातक पर आने वाली उक्त प्रकार की परेशानियाँ राहूकालसर्प योग की वजह से हो रही हैं। परंतु याद रहे, कालसर्प योग वाले सभी जातकों पर इस योग का समान प्रभाव नहीं पड़ता। किस भाव में कौन सी राशि अवस्थित है और उसमें कौन-कौन ग्रह कहाँ बैठे हैं और उनका बलाबल कितना है - इन सब बातों का भी संबंधित जातक पर भरपूर असर पड़ता है। इसलिए मात्र कालसर्प योग सुनकर भयभीत हो जाने की जरूरत नहीं बल्कि उसका ज्योतिषीय विश्लेषण करवाकर उसके प्रभावों की विस्तृत जानकारी हासिल कर लेना ही बुद्धिमत्ता कही जायेगी। जब असली कारण ज्योतिषीय विश्लेषण से स्पष्ट हो जाये तो तत्काल उसका उपाय करना चाहिए। नीचे कुछ ज्योतिषीय स्थितियां दी गय़ीं हैं जिनमें कालसर्प योग बड़ी तीव्रता से संबंधित जातक को परेशान किया करता है। *राहूकालसर्पदोषके प्रकार* राहूकाल सर्प दोष के 12 मुख्य प्रकार बताएं हैं:- 1. अनंत, 2. कुलिक, 3. वासुकि, 4. शंखपाल, 5. पद्म, 6. महापद्म, 7. तक्षक, 8. कर्को

Hindi story

इस ससार में जब कोई भी प्राणी जिस पल मे जन्म लेता है, वह पल(समय) उस प्राणी के सारे जीवन के लिए अत्यन्त ही महत्वपुर्ण माना जाता है। क्यों की उसी एक पल को आधार बनाकर ज्योतिष शास्त्र की सहायता सें उसके समग्र जीवन का एक ऐसा लेखा जोखा तैयार किया जा सकता है, जिससे उसके जीवन में समय समय पर घटने वाली शुभ अशुभ घटनाऔं के विषायमें समय से पूर्व जाना जा सकता है। जन्म समय के आधार पर बनायी गयी जन्म कुंडली के बारह भाव स्थान होते है । जन्मकुडली के इन भावों में नवग्रहो की स्थिती योग ही जातक के भविष्य के बारे में सम्पुर्ण जानकारी प्रकट करते है। जन्मककुंडली के विभिन्न भावों मे इन नवग्रहों कि स्थिति और योग से अलग अलग प्रकार के शुभ अशुभ योग बनते है। ये योग ही उस व्यिक्ति के जीवन पर अपना शुभाशुभ प्रभाव डालते है। जन्म कुंडली में जब सभी ग्रह राहु और केतु के एक ही और स्‍ि‍थत हों तो ऐसी ग्रह स्थिती को कालसर्प योग कहते है। राहूकालसर्प योग एक कष्ट कारक योग हो सकता है। सांसरिक ज्योततिषशात्र्य में इस योग के विपरीत परिणाम देखने में आते है। प्राचीन भारतीय ज्योतिषशात्र्य कालसर्प योग के विषय में मौन साधे बैठा है। आधुनि

Macroni

😍 Indian style Macaroni 😍 For cooking Macaroni_ 200 gms Macaroni / or 2 Cups Macaroni Salt–1 tsp water–4 cup Other ingredients for making Macaroni recipe– 2 tbsp oil 2 Onions–finely chopped 4 Tomatoes–finely chopped 1 cup vegetables– Capsicum, carrot, beans 1/2 cup– green peas 2_3 green chilli 2 – 3 Garlic Pods_ finely Chopped 1 tsp Black Pepper ½ tsp Kashmiri Red Chilli Powder 1/2 tsp turmeric powder 1/2 garam masala powder 1 tsp Salt (or as per your choice) 1 tbsp red chili sauce 2 tbsp tomato sauce 1 tsp soya sauce 1 tsp chilli flakes 1 tsp mixed herbs 2 tbsp cheese 1 tbsp coriander leaves finely chopped Method– To begin making the Indian Style Masala Macaroni  Recipe, get all the ingredients ready for cooking. Cut the vegetables and keep them ready. Cook the macaroni  in boiling water, along with a little salt until al dente (firm yet cooked). Once done, drain the excess water and rinse the paste in cold water to prevent excess cooking. Toss the pasta i

दान का रहस्य" हिंदी कहानी

.                          "दान का रहस्य"                                गतांक से आगे:-           नियत समय पर महाजन सेठ के पास आया और बोला - ‘आप मेरे पुण्यों में से कौन-सा पुण्य खरीदोगे ?’ सेठ ने कहा - ‘आपने जो आज यज्ञ किया है, हम उसी यज्ञ के पुण्य को लेना चाहते हैं।’ महाजन बोला - ‘मैंने तो आज कोई यज्ञ नहीं किया। मेरे पास पैसा तो था ही नहीं, मैं यज्ञ कहाँ से कैसे करता।’ इस पर सेठ ने कहा - ‘आपने जो आज तालाब पर बैठकर भूखी कुतिया को चार रोटियाँ दी हैं, मैं उसी पुण्य को लेना चाहता हूँ।’ महाजन ने पूछा - ‘उस समय तो वहाँ कोई नहीं था, आपको इस बात का कैसे पता लगा ? सेठ ने कहा - मेरी स्त्री पतिव्रता है, उसी ने ये सब बातें मुझे बतायी हैं।’ तब महाजन ने कहा - ‘बहुत अच्छा’ ले लीजिये; परन्तु मूल्य क्या देंगे ? सेठ ने कहा - ‘आपकी रोटियाँ जितने वजन की थीं, उतने ही हीरे-मोती तौलकर मैं दे दूँगा।’ महाजन ने स्वीकार किया और उसकी सम्मति के अनुसार सेठ ने अन्दाज से उतने ही वजन की चार रोटियाँ बनाकर तराजू के एक पलड़े पर रखीं और दूसरे पलड़े पर हीरे-मोती आदि रख दिये; किन्तु बहुत-से रत्नों के रखने पर भी

Hindi story

एक व्यक्ति का दिन बहुत खराब गया. उसने रात को       ईश्वर से फ़रियाद की._ व्यक्ति ने कहा,       भगवान, ग़ुस्से न हों तो एक प्रश्न पूछूँ ?     भगवान ने कहा, 'पूछ, जो पूछना हो पूछ;....? व्यक्ति ने कहा, 'भगवान, _आपने आज मेरा पूरा दिन   एकदम खराब क्यों किया ?भगवान हँसे ......             पूछा,  पर हुआ क्या ? व्यक्ति ने कहा, 'सुबह अलार्म नहीं बजा, मुझे उठने में देरी हो गई......' भगवान ने कहा, अच्छा फिर.....' व्यक्ति ने कहा, देर हो रही थी,उस पर कार बिगड़ गया. मुश्किल से रिक्शा मीली .'_ भगवान ने कहा, अच्छा फिर......!' व्यक्ति ने कहा, टिफ़िन ले नहीं गया था, वहां केन्टीन बंद थी....एक सेन्डविच पर दिन निकाला, वो भी खराब थी ;,,,, भगवान केवल हँसे....... व्यक्ति ने फ़रियाद आगे चलाई , 'मुझे काम का एक महत्व का फ़ोन आया था और फ़ोन बंद हो गया ; भगवान ने पूछा.....' अच्छा फिर....'व्यक्ति ने कहा, विचार किया_ कि जल्दी घर जाकर AC चलाकर सो जाऊं , पर घर पहुँचा तो लाईट गई थी ._ भगवान.... सब तकलीफें मुझे ही. ऐसा क्यों किया मेरे साथ ?___  भगवान ने कहा,,,

Hindi story

"रात के ढाई बजे था, एक सेठ को नींद नहीं आ रही थी, वह घर में चक्कर पर चक्कर लगाये जा रहा था। पर चैन नहीं पड़ रहा था । आखिर  थक कर नीचे उतर आया और कार निकाली शहर की सड़कों पर निकल गया। रास्ते में एक मंदिर दिखा सोचा थोड़ी देर इस मंदिर में जाकर भगवान के पास बैठता हूँ। प्रार्थना करता हूं तो शायद शांति मिल जाये। वह सेठ मंदिर के अंदर गया तो देखा, एक दूसरा आदमी पहले से ही भगवान की मूर्ति के सामने बैठा था, मगर उसका उदास चेहरा, आंखों में करूणा दर्श रही थी। सेठ ने पूछा " क्यों भाई इतनी रात को मन्दिर में क्या कर रहे हो ?" आदमी ने कहा " मेरी पत्नी अस्पताल में है, सुबह यदि उसका आपरेशन नहीं हुआ तो वह मर जायेगी और मेरे पास आपरेशन के लिए पैसा नहीं है " उसकी बात सुनकर सेठ ने जेब में जितने रूपए थे  वह उस आदमी को दे दिए। अब गरीब आदमी के चहरे पर चमक आ गईं थीं । सेठ ने अपना कार्ड दिया और कहा इसमें फोन नम्बर और पता भी है और जरूरत हो तो निसंकोच बताना। उस गरीब आदमी ने कार्ड वापिस दे दिया और कहा "मेरे पास उसका पता है " इस पते की जरूरत नहीं है सेठजी आश्चर्य से सेठ

गुस्से में चिल्लाना हिंदी कहानी

गुस्से में चिल्लाना क्यों होता है ? (पढने के बाद चिल्लाना अवश्य भूल जाओगे ) एक बार एक संत अपने शिष्यों के साथ बैठे थे। अचानक उन्होंने सभी शिष्यों से एक सवाल पूछा। बताओ जब दो लोग एक दूसरे पर गुस्सा करते हैं तो जोर-जोर से चिल्लाते क्यों हैं ? शिष्यों ने कुछ देर सोचा और एक ने उत्तर दिया : हम अपनी शांति खो चुके होते हैं इसलिए चिल्लाने लगते हैं। संत ने मुस्कुराते हुए कहा : दोनों लोग एक दूसरे के काफी करीब होते हैं तो फिर धीरे-धीरे भी तो बात कर सकते हैं। आखिर वह चिल्लाते क्यों हैं ?कुछ और शिष्यों ने भी जवाब दिया लेकिन संत संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने खुद उत्तर देना शुरू किया। वह बोले ,जब दो लोग एक दूसरे से नाराज होते हैं तो उनके दिलों में दूरियां बहुत बढ़ जाती हैं। जब दूरियां बढ़ जाएं तो आवाज को पहुंचाने के लिए उसका तेज होना जरूरी है। दूरियां जितनी ज्यादा होंगी उतनी तेज चिल्लाना पड़ेगा। दिलों की यह दूरियां ही दो गुस्साए लोगों को चिल्लाने पर मजबूर कर देती हैं। वह आगे बोले, जब दो लोगों में प्रेम होता है तो वह एक दूसरे से बड़े आराम से और धीरे-धीरे बात करते हैं। प्रेम दिलों को करीब लाता है और कर

Recipes

Dhuska INGREDIENTS Basmati rice -1 cup Chana dal - 3/4 CUP Urad dal - 1/4 cup Cumin seeds -1/4 tsp Salt - to taste Water - 1/2 cup Finely chopped coriander leaves - 1 tbsp Oil - for frying , METHOD Wash and soak basmati rice and dals for 3-4 hours and grind to make a smooth paste with the help of water The batter should be thick. Now add the cumin seeds,coriander leaves and salt Heat enough oil for deep frying. Now pour one spoon of batter in the oil and cook on medium flame till the color is lightly brown,then turn it over another side and drain in paper napkin. Serve hot with aloo  tamator ki subji or chutney Carrot tomato soup INGREDIENTS Tomato - 2 big size Carrot  -  2 Lemon juice - 1 tbsp Salt  -  to taste Sugar  -  1/2 tsp Black pepper powder  -  1/4 tsp Butter  -  1 tbsp Corn flour  -  1 tsp Fresh cream  -  1 tbsp Kashmiri red chilly powder  -  1/2 tsp Water  -  3 cup Fresh coriander leaves  - for garnishing METHOD Boil tomato and carrot and str

ગુજરાતી માહિતી

*વાચીને બીજાને મોકલો. ઉનાળામાં સ્વાસ્થ્યની રક્ષા માટે કુદરતી ગરમ પદાર્થોનો નિષેધ કરવો અને કુદરતી ઠંડા પદાર્થોનું સેવન કરવું* તો ઓળખી લો:- કલિંગર              - ઠંડું સફરજન            - ઠંડું ચીકુ                   - ઠંડું લિંબુ                  - ઠંડું કાંદા                  - ઠંડા કાકડી                - ઠંડી પાલક                - ઠંડી કાચા ટમેટાં         - ઠંડા ગાજર               - ઠંડા મૂળા                  -ઠંડા કોબીજ             - ઠંડી કોથમીર             - ઠંડી ફુદીનો               - ઠંડો ભીંડો                - ઠંડો સરગવો બાફેલો  - ઠંડો બીટ                 - ઠંડુ એલચી             - ઠંડી વરિયાળી          - ઠંડી આદુ                - ઠંડું દાડમ               - ઠંડું શેરડી રસ       - ઠંડો(વિના બરફ) સંતરા              - ગરમ કેરી ખાકટી        - ગરમ બટાકા             - ગરમ કારેલા             - ગરમ મરચું               - ગરમ મકાઈ              - ગરમ મેથી                - ગરમ રિંગણા            - ગરમ ગુવાર              - ગરમ પપૈયુ               - ગરમ અનાનસ     

Story on advocate

*ક્રોધ ઉપર નિયંત્રણ કરવાનું એક સુંદર ઉદાહરણ.....જરૂર વાંચજો* *એક વકીલે કહેલી* *હૃદયસ્પર્શી કીસ્સો.* "રોજ મુજબ ઓફિસમાં બેઠો હતો...ત્યાં એક ખડતલ શરીર, ખુબજ શારીરિક શ્રમદાર ચહેરો.. વધેલી દાઢી,મેલા કપડા ઉમર લગભગ ૫૦-૫૫ સુધીની હાથમા ડોક્યુમેન્ટ્સ ભરેલી થેલી લઈને એક વડીલ કહો કે પક્ષકાર,અથવા વકીલી ભાષા મા (મુવક્કીલ)આવીને કહેવા લાગ્યા....., આ લ્યો બધા પેપર્સ........... " બધીજ જમીનો ઉપર સ્ટે.લાવવો છે...... હજુ કાય પેપર્સ વગેરે જોઈતા હોય તો કહો, અને ખર્ચો કેટલો થશે તે પણ કહિદો... મેં તેમને બેસવાનુ કહ્યુ.. તેઓ ખુરશી ઉપર બેઠા.. તેમના બધાજ પેપર્સ તપાસ્યા...તેમની પાસેથી ઘણી માહીતી પણ લીધી.. સમય કલાક-સવા કલાક જેવો થઈ ગયો...... મેં તેમને કહ્યુ વડીલ મારેહજુ પણ પેપર્સ ની સ્ટડી કરવી પડશે.. માટે તમે એક કામ કરો, તમે હવે ૪ દીવસ પછી આવો. ત્યારે તમને કહીશ ૪ દીવસ બાદ તે ભાઈ ફરી આવ્યા.. પહેલાજ જેવો અવતાર. ભાઈ બદ્દલ તેમનો ગુસ્સો હજુ સમાયો ન હતો..... મે તેમને બેસવાનો ઈશારો કર્યો... પછી મેજ બોલવાની શરૂઆત કરી... "મે તમારા બધાજ પેપર્સ જોયા વાચ્યા..., તમે બે ભાઈઓ અને.. એક બહેન, મ